|| छैठ गीत ||
छैठक कोसिया कुरवार छै
चहुँ घाटे भरल कतार छै
सब कोनियाँ लेने छै ठार
देखहिन दाई गे |
राणा मैया, छथिन्ह सहाय
देखहिन दाई गे ||
हिनकर महिमा के नै जनैया
दया दृष्टि लय सब कनैया
इच्छा सबहक पूर्ति करैया
देखहिन दाई गे |
राणा मैया, छथिन्ह सहाय
देखहिन दाई गे ||
छठी मैया छथि वर ज्ञानी
दुःख हरणी जन - जन कल्याणी
ई कहै छै बुढ़िया नानी
देखहिन दाई गे |
राणा मैया, छथिन्ह सहाय
देखहिन दाई गे ||
पान फूल फल पीयर केरा
ठकुआ भुस्बा लड़ू पेड़ा
कोनियाँ , ढाकी भरल चंगेरा
देखहिन दाई गे |
राणा मैया, छथिन्ह सहाय
देखहिन दाई गे ||
:-:
रचनाकार -
रेवती रमण झा "रमण "
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